आज के जीवन में, मन को काबू में रखना एक महत्वपूर्ण skill है। चिंता, अध्ययन, काम या परिवार – हर क्षेत्र में एक स्थिर मन की आवश्यकता होती है। लेकिन क्या हैं इस मन को काबू में रखने के उपाय? यहां मैंने कुछ तरीके संगृहीत किए हैं जो आपको इस महत्वपूर्ण कौशल को विकसित करने में मदद कर सकते हैं:हमारा मन बहुत ही शक्तिशाली होता है, और जब हम उसे नियंत्रित नहीं कर पाते हैं, तो हमारी जिंदगी पर असर पड़ता है। मन को काबू में करना सीखना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हमें अपने उद्देश्यों की दिशा में अग्रसर करने में मदद करता है, स्वस्थ स्थिति बनाए रखता है, और सकारात्मक जीवन जीने में सहायक होता है।
हमारा मन हमेशा इधर-उधर भटकता रहता है ऐसा कहा जाता है अगर हम अपने मन को काबू में कर लेते है । तो इस दुनिया मै कोई ऐसी चीज नहीं जिसे हम हासिल ना कर पाए, लेकिन यही तो प्रॉब्लम है हम जितना हमारे मन को काबू करने की कोशिश करते हैं ।हमारा मन उतना ही ज्यादा इधर-उधर भटकता रहता है बड़ा चंचल और शैतान यह हमारा मन है लेकिन कुछ भी कहो वह इस बात से मुकर नहीं सकते की ” मन के हारे हार और मन के जीते जीत “अगर आपको कुछ भी करना है तो आपको अपने मन आपके साथ होना चाहिए यह बात तो आपको भी पता होगा है कि बिना मन के किया गया काम कभी भी अच्छा नहीं होता है और ना ही कभी वह पूरा होता है आपका मन अगर आपका मन आपकी पढ़ाई में नहीं लगता है आप पढ़ाई किए जा रहे हो इसका रिजल्ट क्या होगा आपको पता है ।
आप जितना चाहे पढ़ाई कितनी भी कर लो आपको कुछ भी याद नहीं रहेगा बस कहने के लिए आप पढ़ाई कर रहे हो ,लेकिन आपका मन तो और और कहीं खोया हुआ है ऐसे पढ़ाई करने का कोई मतलब नहीं । हम अपने आप को कैसे अपने मन काबू करें कैसे अपने मन को नियतित करें , कैसे कंट्रोल करें और सारे काम करवा सकते हैं जो आप हमारे लिए जरूरी ही या नहीं बहुत ज्यादा जरूरी मैं आपको लोगों को यही बताने वाला हूं कि इंसानी दिमाग को कहीं अपने मन को कैसे काबू में करें।?यहां मैंने मन को काबू में करने के 4 तरीके बताए हैं:
1 meditation (ध्यान करो)
आप मानो या ना मानो मेडिटेशन या ध्यान करने कैसा टूल है जिसकी मदद से आप अपने मन को पूरा कंट्रोल कर सकते हैं। मेडिटेशन एक ऐसी चीज है जिसको अगर हमने थोड़ा सा भी ध्यान से समझ लिया तो हमारी जीवन पुरी तरह बदल जाएगी।
हमारा मन हमारी इच्छाओं के विरुद्ध भटकना बंद कर देगा और हम वह कर पाएंगे जो हम सही से सही में करना चाहते हैं और मेडिटेशन करना कोई मुस्किल काम नहीं है बहुत आसान है कोई मुस्कील नहीं है ।
बस जरूरत है इससे निरंतर अभ्यास करने की क्योंकि दोस्तों अगर 1 दिन में कामयाब किसी भी काम में नहीं मिलती आपको करना बस यह है कि हर दिन सुबह अपने सारे काम करने के बाद आपको एक शांत जगह पर बैठना और अपनी आंखों को बंद करके बस ध्यान लगाना है कि उसे समय आपको कुछ भी नहीं सोचा ।
भला यह कैसे होगा तो मैं आपको बताता हूं कि आपको 15 से 20 min हर दिन आपको अभ्यास करना है। आपको अपने सांसों पर ध्यान देना होगा की कैसे आपकी सांस अंदर जा रही है कैसे आपकी सांस बाहर आ रही है प्रत्येक सांस पर अपना ध्यान करो।
दोस्तों आप प्राणायाम की मदद ले सकते हैं अनुलोम विलोम आप प्राणायाम कर सकते हैं यह आपको काफी मदद देगी। आपके अंदर जारी प्रत्येक सांस पर अपना ध्यान देना है पूरी गहराई से सांस भर और उसे बाहर छोड़िए ।
अपने मैं अपने एक्सपीरियंस से बता रहा हूं कि जब आपको कुछ देर तक इसी अवस्था में रहना है बिल्कुल साथ आंखों को बंद करके कुछ भी मत सोचो आसपास किसी भी तरह की हलचल नहीं होनी चाहिए शुरुआत में आप सिर्फ 5 मिनट करके ध्यान लगाने की कोशिश कर्ज और धीरे-धीरे आपको इस 20 मिनट तक लेकर जाना है। मेरा विश्वास करो जब आप अपनी आंखों को खोलेंगे ना तो आप यह दुनिया इतनी ज्यादा प्यारी लगेगी मैं आपको बात नहीं सकता हूं ।
हर वर्ष में रोजाना ऐसे ही करने का करने से आपका ध्यान धीरे-धीरे एक जगह फॉक्स होने लगेगा और आप जो भी काम करेंगे उसे काम को आप बड़े ही मजे से कर पाएंगे।
ध्यान और ध्यान की प्रक्रिया मन को शांत करने और उसे नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। ध्यान करने से, हम अपने मन को एकाग्र करते हैं, और वहाँ अनंत स्रोत से ऊर्जा और शक्ति प्राप्त करते हैं। इसके अलावा, मेधाशक्ति का विकास करना भी मन को काबू में रखने में मदद कर सकता है। इसके लिए, हमें नियमित रूप से मनोविज्ञानिक व्यायाम करने और सोचने की प्रक्रिया को सुधारने के लिए चुनौतीपूर्ण कार्यों का सामना करना चाहिए।
2 अपने काम में लगे रहो
आप अपने काम में लग रहे हो आम तो आप ऐसा होता है कि अगर हमारा मन काम में नहीं लग रहा होता तो हम उसे काम को तुरंत छोड़ देते हैं और जाकर दूसरा काम करने लग जाते हैं जैसे मानलो पढ़ाई कर रहे हो अगर आपका मन पढ़ाई में नहीं लग रहा है तो आप यूट्यूब पर वीडियो देखने लग जाते हो घंटो तक instagram पर reels देखने लग जाते हो कब आपका कीमती समय बर्बाद हो जाता है आपको पता भी नहीं चलता।
आपको ऐसा बिल्कुल नहीं करना है ऐसा करने से आपका ध्यान पूरी तरह से उसे काम से हट जाता है और बाद में उसे करने के लिए आसानी से राजी भी नहीं होता है चाहे आप कितने भी कोशिश करो क्यों न कर लो आप वह काम कर ही नहीं पाते हो ।
इस सिचुएशन में आपको बस यह करना है कि जो भी आप काम कर रहे हो उसे उसको कंप्लीट होने से पहले छोड़ना नहीं है चाहे जो हो जाए आपको आपका मन कितना ही दूर क्यों ना भाग गए उसे काम को अगर आपको अपने मन को कंट्रोल करना है जिन कामों में आपका मन दूर भागता है उनका आपको करना ही होगा चाहे कुछ भी हो जाए ।मैंने कोई काम स्टार्ट किया है तो उसे खत्म करके ही दम लूंगा चाहे जो हो जाए।
3 संतुलित आहार और व्यायाम
जैसा खाओगे अन्न, वैसा होगा मन ! यह एक लोकयक्ति/कहावत है, जिसका अर्थ है — जैसा आप खाना खाते हो, जैसा आप अन्न ग्रहण करते हो, ठीक उसी प्रकार हमारी बुद्धि, मन, मस्तिष्क काम करने लगता हैं! इसलिए हमें भोजन में संतुलित आहार लेनी चाहिए!
एक स्वस्थ शारीरिक दिनचर्या मन की स्थिति को सुधारने में मदद कर सकती है। संतुलित आहार और नियमित व्यायाम करने से, हमारे शरीर और मन का संतुलन बना रहता है, जिससे हम तनाव से बच सकते हैं और मन को नियंत्रित करने में अधिक सक्षम होते
अगर हम संतुलित, स्वस्थ और पौष्टिक भोजन करते हैं, तो हमारा मन भी संतुलित, प्रसन्न और ऊर्जावान रहता है। स्वस्थ आहार जैसे कि फल, सब्जियां, अनाज, दालें, प्रोटीन स्रोत, हेल्दी फैट और पर्याप्त पानी का सेवन करने से हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बना रहता है। इसके विपरीत, अन्य प्रकार का खाना जैसे कि तला-भुना, तला-पकोड़ा, फ़ास्ट फ़ूड, और अतिरिक्त मिठाईयां हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है।
अतः, हमें यह समझना आवश्यक है कि हमारा भोजन हमारे दिमाग और शारीरिक क्षमताओं के लिए कितना महत्वपूर्ण है। संतुलित, पौष्टिक और स्वस्थ आहार का सेवन करने से हमें सकारात्मकता, ऊर्जा, और स्थिरता मिलती है, जो हमें मानसिक रूप से और शारीरिक रूप से सक्रिय बनाती है। इसलिए, हमें हमेशा स्वस्थ और संतुलित भोजन का चयन करना चाहिए ताकि हमारा मन और शरीर स्वस्थ और प्रसन्न रहें।
4 सकारात्मक विचार और स्वाध्याय:
मन को काबू में रखने का एक अन्य उपाय है सकारात्मक विचार और स्वाध्याय का अभ्यास करना। हमें अपने विचारों को सकारात्मक बनाने का प्रयास करना चाहिए, जैसे कि आलोचना, निराशा, और नकारात्मकता से दूर रहने का प्रयास करना चाहिए। स्वाध्याय करने से हमारा मन शांत होता है और हम अपने अंतर्मन को समझने में सक्षम होते हैं।
मन को काबू में रखना एक प्रक्रिया है, जो नियमित अभ्यास और साधना के माध्यम से हासिल की जा सकती है। इन चार तरीकों को अपनाकर, हम अपने मन की सामथ्र्य और स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं, और एक सकारात्मक और उत्कृष्ट जीवन जी सकते हैं।