जल्दी अमीर बनने के लिए इन 5 बातें को ध्यान मे रखे । Psychology of money by Morgan housel

The Psychology of Money by Morgan Housel  Chapter 3 का टाइटल है “Never Enough”. इस अध्याय में पैसे के प्रति लोगों के अलग-अलग नजरे और लालच के नेगेटिव इफेक्ट को हाईलाइट किया गया है नीचे इस चैप्टर का डिटेल एक्सप्लेन दिया गया है 

इस अध्याय में सेटिस्फेक्शन के बारे में बहुत डिटेल एनालिसिस किया गया है आजकल समाज में पैसे के प्रति किस तरह व्यवहार होना चाहिए इसके ऊपर किसी प्रकार का कोई ज्ञान नहीं है हमें यह कभी नहीं सीखा जाता है कि हमें कितने पैसों की जरूरत है और पैसों की सीमा क्या है ?

आजकल लोगों के पास सबकुछ होने के बावजूद भी सुखी नहीं है उनके पास करोड़ों की दौलत है संपत्ति है प्रतिष्ठा है नाम है से है लेकिन खुश नहीं है असल में इसका कारण क्या है। आजकल लोगों को और पैसों की भूख सता रही है और अधिक अधिक अधिक चाहिए?

1 अपने goal post change करने वाली habit को control करके रखना चाहिए

यह बताता है कि financial satisfaction और सफलता प्राप्त करने के लिए ज़रूरी है कि आप अपने लक्ष्यों (goals) को बार-बार बदलने से बचें।
अपना लक्ष्य स्पष्ट रखें: सिर्फ दूसरों को देखकर या comparison के कारण अपने लक्ष्य को न बदलें।




1. Goal Post को बार-बार बदलना क्या है?

जब कोई व्यक्ति किसी आर्थिक लक्ष्य (जैसे ₹10 लाख की बचत) तक पहुँच जाता है, तो वह अक्सर उसे बढ़ाकर नया लक्ष्य बना लेता है (जैसे ₹50 लाख या ₹1 करोड़)।

यह प्रक्रिया अंतहीन हो सकती है, क्योंकि हर बार जब आप एक लक्ष्य हासिल करते हैं, तो नया लक्ष्य सेट कर लेते हैं।

इसका नतीजा यह होता है कि आप कभी संतुष्ट नहीं होते, चाहे आपके पास कितनी भी संपत्ति हो।

Goal Post को रोकने का महत्व

Housel समझाते हैं कि अगर आप अपने goals को बार-बार बदलते हैं, तो:

1. आप कभी भी financial freedom का आनंद नहीं ले पाएंगे।


2. आप हमेशा तनाव में रहेंगे और ज्यादा पैसा कमाने की दौड़ में लगे रहेंगे।


3. खुशी (happiness) elusive (दुर्लभ) हो जाएगी।



Satisfaction कठिन है: संतोष एक मानसिक अवस्था है, जो बाहरी चीज़ों से नहीं बल्कि आपके दृष्टिकोण (mindset) से जुड़ी होती है। आपको हमेशा positive mindset रखना चाहिए यह आपको life मै हमेशा खुश रखेगा

2 social comparison से बचे।

किसी दूसरे के पास कितना पैसा है इससे आपको ज्यादा फर्क नहीं पड़ना चाहिए।



सामाजिक तुलना (Social Comparison): हम अक्सर अपनी संपत्ति की तुलना दूसरों से करते हैं, जिससे हमारे लक्ष्य हमेशा बढ़ते रहते हैं।

जैसे: अगर आपके पास एक कार है और आपका पड़ोसी लग्ज़री SUV खरीदता है, तो आपको अपनी कार कमतर लगने लगती है।

दोस्तो social comparison इतनी ऊंची छत है कि इसे कोई नहीं छू पाएगा। यह हमेशा ईर्ष्या घृणा रखेगा और हम कभी आगे नहीं बढ़ पाएगा। इसीलिए आज से ही खुदको दूसरों से compaare करना बंद करो और खुद की capacity के अनुसार काम करो और आगे बढ़ो। ओर हमेशा सकारात्मक सोच रखो।

अगर हम इसे सही तरह से नहीं संभाला जाए तो यह हमें और असंतोष नकारात्मक ,  तनाव भावनाओं का कारण बन सकता है।

सकारात्मक तुलना: जब हम दूसरों को देखकर प्रेरित होते हैं और खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं। यह आपको आगे बढ़ने और कुछ बड़ा हासिल करने में काफी मदद करेगा। आप एक सकारात्मक mindset वाले इंसान हो।

उदाहरण: एक सहकर्मी की तरक्की देखकर आप कड़ी मेहनत करने का फैसला करते हैं।


नकारात्मक तुलना: जब हम दूसरों की सफलता को देखकर निराश या असंतुष्ट महसूस करते हैं।

उदाहरण: आपके पड़ोसी ने नई कार खरीदी, और अब आपको अपनी कार पुरानी लगने लगी। अगर कोई जीवन नई ऊंचाइयों को हासिल करता है तो आप ईर्षा करने लगते हो ये नकारात्मक mindset का कारण है।

दूसरों के पास जो है, उस पर ध्यान देकर अपनी उपलब्धियों को नज़रअंदाज करना।

3 Why People Keep Wanting More (लोगों का कभी satisfied ना होना )

लोग कभी संतुष्ट नहीं होते बोल ही उनके पास बहुत कुछ हो

दोस्तो अगर आपको हमेशा खुश रहना है तो जो भी आपके पास है उसमें खुश रहो और संतुष्ट रहो और मेहनत करो जितनी आपकी capacity हो

अगर हम लालच रखेंगे तो हमें बार बार नए goal बनाने पर मजबूर करेंगे । समझें कि ज्यादा पैसा आपको खुशी की गारंटी नहीं देता।

पैसा कमाने की कोई लिमिट नहीं होती लेकिन अपनी जरूरत और Satisfaction का एक लेवल डिफाइन करना जरूरी है अगर आपको पता ही नहीं है की कितना काफी है  तो हमेशा dissatisfaction aur stress  में रहेंगे

4 उतना risk नहीं लेना चाहिए जितना लायक नहीं हो

Reputation is priceless

Freedom and independence are priceless

Family and friends are invaluable

जिनसे आप प्यार करते है उनसे प्यार पाना अमूल्य है।

आपकी खुशी अमूल्य हैं

अगर आप इन सबको पाना है तो आपको ऐसे risk को नहीं लेना चाहिए जो इन सारे अमूल्य चीजों दाव पर लगे।

आपका पैसा आज नहीं तो कल मेहनत करके वापस हासिल कर लोगे लेकिन आपकी खुशी कभी नहीं।

आपके परिवार को पैसों से ज्यादा आपकी जरूरत है।

किसी भी इंसान के लिए यह जाना जरूरी है कि उसे जीवन में कितने पैसों की जरूरत है । जब आप अपने AIM को achieve हो जाएगा तो बाकी का सारा समय अपने परिवार पर अपने हेल्थ को देना चाहिए।






Financial success का असली अर्थ केवल पैसा कमाना नहीं, बल्कि संतोष पाना है। अपने goals को स्थिर रखना और यह समझना कि आपके लिए “काफी” क्या है, यही सच्ची संपन्नता (true wealth) है। अपनी पैसों कमाने की सीमा रखो।

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